मृतक दिव्यांशु के पिता ने पुलिस को दी तहरीर अपने व परिवार के लोगों की जान का खतरा बताया। आरोपी सुमित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मैं गौपाल दस पांडे, पुत्र स्व. नंदवल्लभ पांडे, निवासी दौलिया की बताना, हल्दूचौड़ का निवासी हु। महोदय मेरे पुत्र दीपांशु पांडे और उसके मित्र सुमित यादव के बीच पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा था। सुमित यादव लगातार मेरे पुत्र को मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था और उसे परेशान करता था जिसमें कई बार हमारे द्वारा समझाया भी गया परंतु फिर भी उक्त व्यक्ति द्वारा मेरे पुत्र को फोन कॉल कर मैसेज कर व व्यक्तिगत रूप में मिलकर परेशान करना जारी रखा। दिनांक 7 दिसंबर 2024 को प्रातः 8:30 बजे मेरा पुत्र अपने कॉलेज ग्राफिक एरा के लिए घर से निकला। दोपहर को दीपाशु का काल आया जिसमें उसने घर के सदस्यों से बात करते हुए बताया कि वह कॉलेज से पर जा रहा है। इसके थोड़ी देर बाद ही सुमित यादव ने कॉल कर बताया कि दीपांशु मर गया है और धमकी दी कि यदि उसे इस मामले में फंसाया गया, तो वह पूरे परिवार को खत्म कर देगा, परन्तु थोड़ी देर बाद, पुनः जब सुमित यादव को जब घर वालों ने वीडियो कॉल किया तो वीडियो कॉल पर भी उसने धनकी देते हुए कहा कि “तुम्हारा बेटा गर गया है और अगर में फंसा तो बाहर आकर तुम्हारे पूरे परिवार गर्ने चरण कर दूंगा। घटना की जानकारी मिलते ही हमारे द्वारा पुलिस को भी इस बाबत सूचना दी गई। पूर्व की घटनाओं के हमें विश्वास है कि सुमित यादव के साथ इस घटना में अन्य तीन-चार लोग भी शामिल हो सकते हैं। अतः इस मामले में हत्या, मानसिक शोषण और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने के तहत प्राथमिकी दर्ज कर तत्काल जांच की जाए। दोषियों को जल्द ये पाल्द गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, मेरे परिवार की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं, क्योंकि सुमित यादव द्वारा मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है।