हल्द्वानी में एक सकारात्मक पहल की शुरुआत हुई है, जहां समाज के एक वर्ग ने पुरुष आयोग बनाने की मांग की है। यह पहल विशेष रूप से अतुल सुभाष के मामले को लेकर उठाई गई है, जो न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उनके मामले में समाज के एक वर्ग ने महसूस किया है कि पुरुषों के अधिकारों की रक्षा और उनके खिलाफ हो रहे अन्याय को रोकने के लिए एक विशेष आयोग की आवश्यकता है।

समाज के कई संगठन और स्थानीय लोग इस मुद्दे को लेकर एकजुट हुए हैं और यह आवाज उठाई है कि पुरुषों के अधिकारों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। एक समाज श्रेष्ठ समाज की दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे समाज के हर वर्ग को न्याय मिल सके। हल्द्वानी में यह मांग अब तेज़ी से फैल रही है और लोग मानते हैं कि यदि पुरुष आयोग बनता है, तो इससे न केवल पुरुषों के अधिकारों की रक्षा होगी, बल्कि समाज में समानता और न्याय का माहौल भी बनेगा।
यह पहल समाज में एक नई सोच को जन्म देती है, जो हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा की ओर अग्रसर है। अब देखना यह है कि क्या यह मांग साकार होती है और पुरुषों के अधिकारों के लिए एक नया रास्ता खुलता है।