उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों ने ही मिलकर एक प्रॉपर्टी डीलर से लाखों रुपये की लूट की। इस घटना ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं, तो आम जनता की सुरक्षा पर संकट खड़ा हो जाता है। हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून ने त्वरित कार्रवाई की और दोषी पुलिसकर्मियों सहित सात आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
डॉलर के नाम पर दिया धोखा, पुलिसकर्मियों ने की लूट
घटना 31 जनवरी 2025 की है। प्रॉपर्टी डीलर यशपाल सिंह असवाल को एक सस्ते में डॉलर दिलाने का झांसा देकर ठगा गया। असवाल की मुलाकात चमोली निवासी कुंदन नेगी से हुई, जिसने बताया कि उसके परिचित राजेश रावत, राजेश चौहान और राजकुमार चौहान के पास 20,000 डॉलर हैं, जिन्हें वह कम कीमत में बदलवाना चाहता है। इस पर असवाल ने 8 लाख रुपये में सौदा तय किया।
सौदे के लिए असवाल 31 जनवरी को 7.5 लाख रुपये लेकर झाझरा स्थित बालाजी मंदिर के पास पहुंचे, जहां पहले से ही राजेश रावत, राजेश चौहान, राजकुमार चौहान और हसीन उर्फ अन्ना मौजूद थे। इसी दौरान दो पुलिसकर्मी पहुंचे, जिनमें से एक वर्दी में था और दूसरा सादे कपड़ों में। उन्होंने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए असवाल को धमकाया और उनका पैसों से भरा बैग छीन लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने मारपीट भी की और असवाल को वहां से भगा दिया। हालांकि, लूट के दौरान आरोपी पुलिसकर्मियों ने असवाल को ढाई लाख रुपये लौटा दिए।
एसएसपी की सख्त कार्रवाई, सात आरोपी गिरफ्तार
घटना के बाद, यशपाल सिंह असवाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामला गंभीर होने के कारण एसएसपी देहरादून ने तुरंत कार्रवाई की और थाना प्रेमनगर की पुलिस टीम गठित कर जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस डेटा की मदद से तीन पुलिसकर्मियों सहित कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बरामदगी:
2.30 लाख रुपये नगद
500 डॉलर (100 डॉलर के 5 नोट)
पूछताछ में दो और आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जिनकी तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपी:
- अब्दुल रहमान (34 वर्ष) – निवासी जलालपुर, रुड़की, हरिद्वार; तैनात IRB-II, झाझरा, प्रेमनगर, देहरादून
- सालम (32 वर्ष) – निवासी डोबरी, थाना सहसपुर, देहरादून; तैनात IRB-II, झाझरा, प्रेमनगर, देहरादून
- इकरार (43 वर्ष) – निवासी नैहनपुर, लक्सर, हरिद्वार; तैनात थाना प्रेमनगर, देहरादून
- राजकुमार (35 वर्ष) – निवासी जोटाड़ी, पोस्ट टीकोची, मोरी, उत्तरकाशी
- राजेश रावत (40 वर्ष) – निवासी माकुड़ी, पोस्ट टिकोची, मोरी, उत्तरकाशी
- कुंदन सिंह नेगी (45 वर्ष) – निवासी सुतौ, थाना नंदा नगर, चमोल
- राजेश कुमार चौहान (59 वर्ष) – निवासी कांडा, तहसील अरहाल, रोहड़ू, शिमला
एसएसपी का सख्त संदेश:
देहरादून के एसएसपी ने इस मामले में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह पुलिसकर्मी हो या आम नागरिक, अगर अपराध करेगा तो उसे जेल जाना पड़ेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ही जनता में कानून-व्यवस्था की विश्वास बहाली का एकमात्र तरीका है।