हल्द्वानी (नैनीताल): 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए SSP नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के नेतृत्व में “ऑपरेशन सेनेटाइज” के तहत एक बड़ा सत्यापन अभियान चलाया गया।
यह अभियान 9 फरवरी 2025 को माननीय केंद्रीय गृहमंत्री के प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम के दृष्टिगत चलाया गया, जिसमें संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान, असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई और सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
सत्यापन अभियान के नतीजे:
✔️ कुल सत्यापन किए गए: 1830 लोग (ऑनलाइन पहचान ऐप और मैन्युअल तरीके से सत्यापन)
✔️ पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई: 48 लोगों का चालान
✔️ सत्यापन न कराने पर जुर्माना: 22 लोगों पर 10-10 हजार रुपये का चालान, कुल ₹22 लाख का दंड
कई संवेदनशील इलाकों में चला सघन अभियान
यह व्यापक सत्यापन अभियान जवाहर नगर, टनकपुर रोड, रेलवे स्टेशन, गौला गेट बस्ती, गफूर बस्ती, चिराग अली मजार क्षेत्र, इंदिरा नगर फाटक, तिकोनिया, भोटिया पड़ाव, गोला गेट से लगी झुग्गी बस्तियां, राजपुरा, ठोकर लाइन, रोडवेज वर्कशॉप, कॉलटैक्स, शीशमहल, हाईडिल तिराहा समेत कई संवेदनशील इलाकों में चलाया गया।
सुरक्षा के लिए गठित की गईं विशेष टीमें
इस अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए SSP नैनीताल के निर्देशन में 4 टीमों का गठन किया गया, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस, IRB, SSB और ITBP की टीमों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
अभियान में शामिल प्रमुख पुलिस अधिकारी:
🔹 एसपी सिटी हल्द्वानी: प्रकाश चंद्र
🔹 सीओ हल्द्वानी: नितिन लोहनी
🔹 सीओ लालकुंआ: दीपशिखा
🔹 सीओ भवाली: सुमित पांडेय
🔹 थानाध्यक्ष वनभूलपुरा: नीरज भाकुनी
🔹 थानाध्यक्ष काठगोदाम: दीपक बिष्ट
🔹 थानाध्यक्ष लालकुंआ: दिनेश फर्त्याल
🔹 थानाध्यक्ष चोरगलिया: राजेश जोशी
SSP नैनीताल का बयान:
SSP प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह के दृष्टिगत जिले में सुरक्षा को मजबूत करने और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए यह विशेष सत्यापन अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि शहर में शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे।
आगे भी जारी रहेगा सुरक्षा अभियान
हल्द्वानी में राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के लिए आने वाले दिनों में भी इसी तरह के सत्यापन अभियान चलाए जाएंगे।