दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज कर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। इस जीत के साथ भाजपा ने लगभग ढाई दशकों के बाद सत्ता में वापसी की है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि पार्टी दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री किसे बनाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा विधायकों में से ही किसी नेता को मुख्यमंत्री पद सौंपा जाएगा। खास बात यह है कि पार्टी एक महिला नेता को सीएम बनाकर बड़ा सियासी दांव खेल सकती है।
महिला सीएम की चर्चा क्यों तेज़?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा अगर महिला को मुख्यमंत्री बनाती है, तो यह एक मास्टरस्ट्रोक होगा। इस बार के चुनावों में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि महिला नेतृत्व को जनता का समर्थन मिल सकता है।
दिल्ली की राजनीति में पहले भी कई दिग्गज महिला नेता सीएम बन चुकी हैं, जिनमें दिवंगत सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी का नाम शामिल है। भाजपा के लिए यह चुनावी रणनीति न सिर्फ महिलाओं को साधने का मौका देगी, बल्कि अन्य गुटों में असंतोष को भी कम करेगी।
रेस में कौन-कौन?
अगर भाजपा किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाती है, तो शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता इस दौड़ में सबसे आगे मानी जा रही हैं। वह बनिया समाज से आती हैं, जो दिल्ली की राजनीति में प्रभावशाली समुदाय माना जाता है। इसके अलावा, ग्रेटर कैलाश से विधायक बनीं शिखा रॉय का नाम भी चर्चा में है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज को हराकर भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण जीत दर्ज की थी।
अन्य दावेदार कौन?
हालांकि, मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कई अन्य बड़े नाम भी शामिल हैं। पूर्व सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, जिन्होंने नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल को हराया, एक मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
इसके अलावा, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, पूर्व विधायक सतीश उपाध्याय, मोहन सिंह बिष्ट और विजेंद्र गुप्ता भी इस रेस में हैं।
सोशल इंजीनियरिंग का खेल
भाजपा सिर्फ मुख्यमंत्री के नाम पर ही नहीं, बल्कि सामाजिक संतुलन बनाने की रणनीति पर भी काम कर रही है। पार्टी दिल्ली में डिप्टी सीएम पद भी बना सकती है और मंत्रिमंडल में महिलाओं और दलितों को उचित भागीदारी देकर सभी वर्गों को साधने की कोशिश करेगी।
भाजपा की महिला विधायक
इस बार भाजपा के चार महिला विधायक विधानसभा पहुंची हैं:
- रेखा गुप्ता (शालीमार बाग)
- शिखा रॉय (ग्रेटर कैलाश)
- पूनम शर्मा (गोकलपुर)
- नीलम पहलवान (बुराड़ी)
इन महिला विधायकों की बढ़ती भूमिका इस ओर संकेत देती है कि भाजपा महिला नेतृत्व को प्रमोट करने की दिशा में गंभीर है।
क्या भाजपा बनाएगी महिला सीएम?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या भाजपा दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री बनाने की परंपरा शुरू करेगी? भाजपा की रणनीति और चुनावी समीकरणों को देखते हुए महिला चेहरे पर दांव लगने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
आने वाले दिनों में भाजपा अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान कर सकती है। देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी महिला नेतृत्व को बढ़ावा देकर दिल्ली की राजनीति में नई लकीर खींचती है या फिर किसी अनुभवी नेता को यह जिम्मेदारी सौंपती है।