हल्द्वानी। कोरोना लॉकडाउन के दौरान बना एक रिश्ता अब एक नेता के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन चुका है। हालात ऐसे हो गए कि वह न घर के रहे, न बाहर के। आरोप है कि उनकी कथित प्रेमिका ने उनके छोटे भाई से संबंध बना लिए और उसे उनके खिलाफ भड़का दिया। नतीजा यह हुआ कि छोटे भाई ने बड़े भाई को घर से बाहर निकाल दिया। अब नेताजी अपने बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र से एक बड़े राजनीतिक दल के सिंबल पर पिछला चुनाव लड़ चुके नेताजी पहले ही राजनीतिक असफलता का सामना कर चुके हैं। न सिर्फ उन्हें हार मिली, बल्कि उनकी जमानत भी जब्त हो गई।
अब व्यक्तिगत जीवन में भी उनकी परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस को दी गई तहरीर में नेताजी ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान उनकी पहचान एक युवती से हुई थी। यह रिश्ता कई सालों तक चला, लेकिन बाद में टूट गया। इसी बीच, युवती ने उनके छोटे भाई से नजदीकियां बढ़ा लीं और उसे उनके खिलाफ भड़काया। इसके चलते छोटे भाई ने उन्हें घर से निकाल दिया और अलग से मकान दिलाने की बात कहकर पीछा छुड़ा लिया।
दो साल से घर के लिए भटक रहे नेताजी
घर से निकाले जाने के बाद नेताजी ने छोटे भाई से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन हर बार उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। जब उन्होंने अपना घर वापस पाने की मांग की, तो छोटे भाई ने जान से मारने की धमकी तक दे डाली।
अब नेताजी अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं। आर्थिक तंगी के बीच वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं और अपने हक के लिए कानूनी लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।
देखना होगा कि यह पारिवारिक और राजनीतिक घमासान किस मोड़ पर जाकर थमता है।