रुद्रपुर: उत्तराखंड में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के नाम का इस्तेमाल कर रुद्रपुर के विधायक शिव अरोरा से तीन करोड़ रुपये की मांग की। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और अब पुलिस इसकी गहराई से जांच कर रही है।

कैसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा?
13 फरवरी को विधायक शिव अरोरा के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को जय शाह बताया और दावा किया कि वह अडानी के बेटे की शादी से लौटकर लंदन से आ रहा है। बातचीत के दौरान उसने उत्तराखंड सरकार में जल्द होने वाले मंत्रीमंडल फेरबदल का जिक्र करते हुए विधायक अरोरा को मंत्री पद दिलाने के बदले तीन करोड़ रुपये की मांग की।

विधायक को कॉल के दौरान संदेह हुआ, क्योंकि व्यक्ति की बातों में विरोधाभास था। उन्होंने अपने फोन को लाउडस्पीकर पर डालकर अपने सहयोगी से बातचीत रिकॉर्ड करने को कहा। करीब 12 मिनट 51 सेकंड तक चली इस रिकॉर्डिंग में कॉल करने वाले ने दावा किया कि जेपी नड्डा (नड्डा अंकल) समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से बात हो चुकी है और रकम दिल्ली में पार्टी फंड के लिए जमा करनी होगी।
विधायक ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
जब विधायक अरोरा ने सीधे अमित शाह और नड्डा से बात करने की इच्छा जताई, तो कॉल करने वाले ने टालमटोल शुरू कर दी और बाद में बातचीत करवाने का वादा किया। इसके बाद वह बार-बार संपर्क करने की कोशिश करता रहा, लेकिन विधायक ने कॉल रिसीव नहीं किया।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद, विधायक ने रुद्रपुर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। पुलिस ने केस दर्ज कर कॉल करने वाले की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी है।
फर्जीवाड़ा या राजनीतिक साजिश?
यह मामला सामने आने के बाद उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मच गई है। क्या यह किसी बड़े राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है या फिर किसी ठग का फ्रॉड कॉल? पुलिस अब कॉल डिटेल्स खंगालकर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जी कॉल के पीछे कौन है और इसका असली मकसद क्या था।
इस घटना ने न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है। अब देखना यह होगा कि जांच में क्या नए खुलासे होते हैं और इस मामले का असली सच कब तक सामने आता हैं।
