उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान दिए गए बयान पर बढ़ते विवाद को देखते हुए राज्य के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जन भावनाओं की कद्र करते हुए माफी मांगने की बात कही है। साथ ही, उन्होंने विपक्ष से अपील की है कि समाज को बांटने और दुष्प्रचार फैलाने का काम न किया जाए।
बजट सत्र के बाद मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश के साई घाट पहुंचे, जहां उन्होंने मां गंगा की शरण में जाकर न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने अपनी टिप्पणी को लेकर हो रहे दुष्प्रचार को खत्म करने की इच्छा जताते हुए स्पष्ट किया कि उनकी मंशा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की नहीं थी।
मंत्री अग्रवाल ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके खिलाफ लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा है और समाज में मतभेद फैलाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बजट सत्र के दौरान ही उन्होंने अपनी गलती पर खेद व्यक्त कर दिया था, बावजूद इसके विपक्ष उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहा है।
मंत्री ने कहा, “मैं मां गंगा का पुत्र हूं और मुझे विश्वास है कि मां गंगा मुझे न्याय दिलाएंगी। गंगा के तट पर पूजा अर्चना करते हुए मैंने मां गंगा से प्रार्थना की है कि वे न केवल मुझे न्याय दिलाएं बल्कि जो लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं, उनका भी कल्याण करें।”
भावुक होते हुए मंत्री अग्रवाल ने अपनी पीड़ा मां गंगा के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि मां गंगा के आशीर्वाद से ही वे चार बार विधायक बने हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि मां गंगा ही उन्हें न्याय दिलाएंगी और उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों को सही मार्ग दिखाएंगी।
यह पूरा मामला अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है। मंत्री अग्रवाल की सफाई और मां गंगा के प्रति उनकी आस्था के बावजूद विपक्ष इस मुद्दे को तूल देने में लगा हुआ है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद कब तक थमता है और इस पूरे घटनाक्रम का आने वाले दिनों में क्या असर पड़ता है।