उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा घटना कोटद्वार के बीरोंखाल क्षेत्र में सामने आई, जहां रविवार सुबह एक भालू के हमले में 74 वर्षीय बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो गई।

घटना ग्राम सभा बिरगणा के तोल्यूं गांव में सुबह करीब 10 बजे हुई। जानकारी के अनुसार, बुजुर्ग बलबीर सिंह अपने घर से करीब 200 मीटर दूर गदेरे (छोटे नाले) में बकरियां चरा रहे थे। इसी दौरान वन विभाग पोखड़ा की दीवा रेंज के जंगल से अचानक एक भालू निकला और उन पर हमला कर दिया।

बलबीर सिंह ने खुद को बचाने के लिए शोर मचाया, लेकिन जब तक ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक वह गंभीर रूप से घायल हो चुके थे। कुछ ही देर में उन्होंने दम तोड़ दिया।

वन विभाग पर उठ रहे सवाल
जहां यह हमला हुआ, वहां से वन विभाग की चौकी महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके बावजूद वन विभाग समय पर सहायता नहीं पहुंचा, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पहाड़ों में बढ़ रहा वन्यजीवों का खतरा
उत्तराखंड में हाल के वर्षों में भालू, गुलदार और अन्य वन्यजीवों के हमले बढ़ते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जंगलों में भोजन की कमी और इंसानी बस्तियों के जंगलों से सटे होने के कारण ऐसे हमले लगातार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से जंगलों में गश्त बढ़ाने और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की है।