स्प्रिंगफील्ड स्कूल हल्द्वानी: जहाँ बच्चों को मिलती है इंग्लिश की फ्री क्लास

चीफ एडिटर – सैफ अली सिद्दीकी

शिक्षा के क्षेत्र में हल्द्वानी का एक भरोसेमंद नाम बन चुका है — स्प्रिंगफील्ड स्कूल, स्थित किदवई नगर। उत्तराखंड बोर्ड (शिक्षा विभाग) से मान्यता प्राप्त यह स्कूल बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जाना जाता है। स्कूल की स्थापना अप्रैल 2000 में की गई थी। प्रबंधन की जिम्मेदारी मोहम्मद सिकंदर संभालते हैं, जबकि स्कूल की शैक्षणिक व्यवस्था की कमान प्रिंसिपल निगहत के पास है।

जन वार्ता न्यूज़ ने स्कूल के फाउंडर और प्रिंसिपल से खास बातचीत की। पढ़िए उनकी सोच और स्कूल की उपलब्धियों पर आधारित रिपोर्ट:


1. स्कूल की स्थापना और उद्देश्य
प्रबंधक मोहम्मद सिकंदर ने बताया कि स्कूल की स्थापना का उद्देश्य था – एक ऐसा शिक्षण केंद्र बनाना जहाँ बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ-साथ अंग्रेज़ी बोलने, समझने और व्यक्तित्व निखारने का अवसर भी मिले।

2. प्रेरणा और सोच
उन्होंने कहा कि शिक्षा को हर बच्चे तक समान रूप से पहुँचाना उनकी प्रेरणा रही है, और यही सोच उन्हें इस स्कूल की स्थापना तक ले आई।

3. क्या बनाता है स्प्रिंगफील्ड को खास?
यहां बच्चों को किताबों के साथ-साथ इंग्लिश स्पीकिंग की फ्री क्लासेस दी जाती हैं। यही वजह है कि अरहान, अदीब, सानिया, सारा नाज, अनस जैसे बच्चे आज आत्मविश्वास के साथ अंग्रेज़ी बोलते हैं।

4. शैक्षणिक दृष्टिकोण
प्रिंसिपल निगहत बताती हैं कि स्कूल ‘बच्चा केंद्रित’ शिक्षण पद्धति को अपनाता है, जहाँ बच्चों की सोच और रचनात्मकता को प्राथमिकता दी जाती है।

5. कक्षाएं और बोर्ड मान्यता
यह स्कूल उत्तराखंड बोर्ड (शिक्षा विभाग) मान्यता प्राप्त है और नर्सरी से लेकर कक्षा 8वीं तक की शिक्षा प्रदान करता है।

6. सह-शैक्षणिक गतिविधियाँ
खेल, योग, संगीत, आर्ट, कम्प्यूटर सहित बच्चों के लिए फ्री इंग्लिश स्पीकिंग और पर्सनैलिटी डेवेलपमेंट क्लासेस करवाई जाती हैं।

7. शिक्षकों की भूमिका
यहां अनुभवी, प्रशिक्षित पोस्ट ग्रेजुएट और छात्रों से जुड़ाव रखने वाले शिक्षक नियुक्त किए जाते हैं। समय-समय पर उन्हें अपडेटेड ट्रेनिंग भी दी जाती है।

8. भविष्य की योजना
अगले 5 वर्षों में स्कूल को इंटरमीडिएट तक ले जाने का लक्ष्य है, साथ ही हर कक्षा को स्मार्ट क्लासरूम से लैस किया जाएगा।

9. सुरक्षा और अनुशासन
स्कूल में CCTV, गार्ड्स, हेल्थ सुविधा और सख्त अनुशासन नीति लागू है ताकि बच्चों को सुरक्षित और अनुशासित माहौल मिल सके।

10. उपलब्धियाँ और भरोसा
यहां से निकले कई बच्चे बेहतर संस्थानों में प्रवेश पा चुके हैं – सारा नाज का चयन निर्मला कॉन्वेंट में और अनस का चयन घोड़ा खाल स्कूल में हुआ है। यह स्कूल के शैक्षणिक स्तर और इंग्लिश क्लासेस की सफलता को दर्शाता है।


तो अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे को बेहतर शिक्षा, मजबूत व्यक्तित्व और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिले, तो स्प्रिंगफील्ड स्कूल एक आदर्श विकल्प है।

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