12 अप्रैल से शुरू हो रहे लंबे सप्ताहांत, जिसमें हनुमान जयंती, डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती और साप्ताहिक अवकाश शामिल हैं, के दौरान नैनीताल जनपद में पर्यटकों की भारी आवाजाही को देखते हुए जिला प्रशासन ने विशेष ट्रैफिक प्लान जारी किया है। यह ट्रैफिक प्लान 12 से 14 अप्रैल 2025 तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक प्रभावी रहेगा।

हल्द्वानी शहर के लिए विशेष डायवर्जन व्यवस्था
पर्यटकों की सुविधा और शहर में यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए निम्नलिखित रूट प्लान लागू किया गया है:
- बरेली रोड से आने वाले वाहन: तीनपानी फ्लाईओवर से गौला बाईपास होते हुए नारीमन तिराहा, काठगोदाम के रास्ते आगे भेजे जाएंगे।
- रूद्रपुर की ओर से आने वाले वाहन: पंतनगर तिराहा (दिनेशपुर मोड़) से एनएच 109 के माध्यम से लालकुआं होते हुए तीनपानी फ्लाईओवर व गौलापार रोड से अपने गंतव्य को जाएंगे।
- रामनगर, बाजपुर, कालाढूंगी से आने वाले वाहन: कालाढूंगी, मंगोली, रूसी-1, रूसी-2 व मस्जिद तिराहा भवाली होते हुए पर्वतीय क्षेत्रों की ओर जाएंगे।
- भारी वाहनों पर प्रतिबंध: सभी भारी वाहनों का आवागमन सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक प्रतिबंधित रहेगा। आवश्यक सेवाओं जैसे दूध, गैस, ईंधन आदि से जुड़े वाहन दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक प्रतिबंधित रहेंगे।
काठगोदाम और कैंचीधाम रूट पर विशेष ट्रैफिक व्यवस्था
- ट्रैफिक दबाव बढ़ने की स्थिति में दोपहर 3 बजे के बाद कैंचीधाम की ओर जाने वाले वाहन ज्योलिकोट नंबर-1 बैंड से रूसी बाईपास होते हुए कालाढूंगी रोड से भेजे जाएंगे।
- तल्लीताल की ओर से आने वाले वाहन रूसी-2, रूसी-1 होते हुए मंगोली मार्ग से अपने गंतव्य की ओर बढ़ेंगे।
नैनीताल और कैंचीधाम के लिए अस्थायी पार्किंग और शटल सेवा
- नैनीताल शहर में पार्किंग फुल होने की स्थिति में पर्यटक वाहनों को रूसी-1 और नारायण नगर, कालाढूंगी रोड स्थित अस्थायी पार्किंग में रोका जाएगा और वहां से शटल सेवा चलाई जाएगी।
- हल्द्वानी से नैनीताल आने वाले पर्यटकों के वाहन रूसी-2 (हल्द्वानी रोड) पार्किंग में खड़े किए जाएंगे, जहां से शटल सेवा उपलब्ध रहेगी।
- कैंचीधाम जाने वाले वाहन रातीघाट, भवाली सैनेटोरियम और विकास भवन, भीमताल में पार्क कर शटल सेवा के माध्यम से भेजे जाएंगे।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने सभी पर्यटकों, स्थानीय नागरिकों और वाहन चालकों से अनुरोध किया है कि वे जारी किए गए ट्रैफिक प्लान का पूरी तरह से पालन करें और नैनीताल, भवाली, कैंचीधाम, मुक्तेश्वर, अल्मोड़ा तथा रानीखेत की यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएं।