38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में नव निर्वाचित पार्षदों को आमंत्रित न किए जाने पर नगर निगम पार्षदों में गहरी नाराजगी देखी गई। पार्षद प्रीति आर्या ने इसे जनप्रतिनिधियों का अपमान बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करना दुर्भाग्यपूर्ण है और प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

युवा नेता हेमंत साहू ने भी इस मुद्दे पर प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि शहर में होने वाले बड़े आयोजनों में यदि जनप्रतिनिधियों को शामिल नहीं किया जाएगा तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उन्होंने मांग की कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं और प्रशासन को जनप्रतिनिधियों के सम्मान का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
गौरतलब है कि 38वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां शामिल हुईं, लेकिन पार्षदों को नजरअंदाज किए जाने से नाराजगी का माहौल बन गया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस विषय पर क्या रुख अपनाता है।
