माह-ए-रमजान का चांद नजर आते ही पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है। रविवार से पहला रोजा रखा जाएगा, और इसी के साथ इबादत, रहमत और बरकतों से भरा यह पवित्र महीना शुरू हो जाएगा। रमजान मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद खास होता है, जिसमें रोजेदार अल्लाह की इबादत में समय बिताते हैं और पूरे महीने रोजे रखते हैं।
रमजान की तैयारियों में जोश
रमजान के चांद के दीदार के बाद ही सहरी और इफ्तार की तैयारियां तेज हो गई हैं। बाजारों में रौनक बढ़ गई है, और मुस्लिम बहुल इलाकों में चहल-पहल देखने को मिल रही है। घरों में विशेष पकवानों की तैयारियां हो रही हैं, वहीं मस्जिदों में तरावीह की नमाज की तैयारियां जोरों पर हैं।
रमजान का धार्मिक महत्व
इस्लाम धर्म में रमजान का महीना बहुत खास माना जाता है, क्योंकि इसी महीने में कुरान-ए-पाक का नुजूल (अवतरित) हुआ था। इस दौरान रोजेदार सुबह सहरी से लेकर शाम इफ्तार तक बिना कुछ खाए-पिए रोजा रखते हैं और पांच वक्त की नमाज के साथ-साथ तरावीह की विशेष नमाज भी अदा करते हैं।
रमजान की रौनक और सामाजिक सरोकार
रमजान के दौरान मस्जिदों में विशेष आयोजनों के साथ कुरान की तिलावत होती है। इस महीने में जकात और फितरा देने की परंपरा निभाई जाती है, जिससे जरूरतमंदों की मदद हो सके। रोजेदारों की इबादत से माहौल और अधिक पाकीजा हो जाता है, और समाज में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
रमजान मुबारक!
रमजान का यह पवित्र महीना सभी के लिए खुशियां, बरकत और अमन-ओ-शांति लेकर आए। पूरे देशवासियों को रमजान की दिली मुबारकबाद!