हल्द्वानी: एमबी इंटर कॉलेज मैदान में 10 दिवसीय सरस आजीविका मेले का शुभारंभ शनिवार को विधायक बंशीधर भगत ने फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर किया। इस मेले का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और आजीविका को बढ़ावा देना है, जिससे स्वयं सहायता समूहों (SHG) को अपने उत्पादों की प्रदर्शनी और विपणन का अवसर मिलेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का संदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संदेश में कहा कि यह मेला महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने और विभिन्न संस्कृतियों को जानने का अद्वितीय मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान “लखपति दीदियों” को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ है।
देशभर के 250 स्टॉल, उत्तराखंड के 117 SHG समूहों की भागीदारी
मेले में कुल 250 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें देश के 74 और उत्तराखंड के 117 स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी की गई है। यह मेला स्थानीय हस्तशिल्प, हथकरघा, जैविक उत्पादों और पारंपरिक कलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
सांस्कृतिक संध्या और स्वादिष्ट व्यंजनों का आकर्षण
मेले में हर शाम सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न राज्यों की लोक कलाओं और नृत्यों की झलक देखने को मिलेगी। इसके अलावा, आगंतुकों के लिए विभिन्न राज्यों के पारंपरिक व्यंजनों का भी विशेष इंतजाम किया गया है।
कृषि विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की गोष्ठी
मेले के दौरान कृषि विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों द्वारा किसानों और स्वयं सहायता समूहों के लिए गोष्ठियों और परिचर्चाओं का आयोजन भी किया जाएगा, जिससे वे नई तकनीकों और व्यापारिक अवसरों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर महापौर गजराज सिंह बिष्ट, मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय, पूर्व महापौर जोगेंद्र सिंह रौतेला सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सरस आजीविका मेला 10 दिनों तक चलेगा और यह न केवल महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा, बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति और कारीगरी को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मदद करेगा।
