प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड दौरा फिर से तय हो गया है। वह 6 मार्च को सुबह 8 बजे देहरादून एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां से वह हर्षिल के लिए रवाना होंगे। हर्षिल में पीएम मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे और इसके बाद मुखबा पहुंचकर शीतकालीन यात्रा का संदेश देंगे।

1962 के बाद पहली बार खुलेगा पर्यटन का नया द्वार
पीएम मोदी के दौरे के दौरान जादूंग घाटी में स्थित जनकताल ट्रेक और नीलापानी घाटी में मुलिंगना पास का शिलान्यास किया जाएगा। यह दोनों ट्रेक भारत-चीन युद्ध (1962) के बाद पहली बार खोले जा रहे हैं। इससे इस क्षेत्र में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और उत्तरकाशी जिले को लद्दाख की तर्ज पर विकसित करने की योजना पर काम किया जाएगा।

पर्यटन को मिलेगी नई दिशा
1962 के युद्ध के बाद नेलांग, जादूंग और सोनम घाटी को सेना की छावनी में तब्दील कर दिया गया था, जिससे वहां स्थानीय लोगों और पर्यटकों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई थी। लेकिन अब, पीएम मोदी के दौरे के बाद इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में पुनः विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।
ट्रेकिंग और होम स्टे से मिलेगा रोजगार
उत्तरकाशी प्रशासन जादूंग-जनकताल और नीलापानी-मुलिंगना पास ट्रेक को खोलने की पूरी तैयारी में जुटा है। जिला अधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि इन ट्रेक्स के शुभारंभ के साथ-साथ वाइब्रेंट योजना के तहत होम स्टे निर्माण भी शुरू कर दिया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
साहसिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस ऐतिहासिक पहल से उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में साहसिक पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। लद्दाख की तरह, उत्तरकाशी के इन पर्यटन स्थलों में ट्रेकिंग, कैंपिंग और होम स्टे के जरिए पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
पीएम मोदी का यह दौरा उत्तराखंड के पर्यटन विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
