मुख्य संपादक -सैफ अली सिद्दीकी
हल्द्वानी। “बच्चों की शिक्षा और पोषण एक-दूसरे के पूरक हैं, और दोनों को समान रूप से प्राथमिकता देना जरूरी है। इसी उद्देश्य से हल्द्वानी शहर में तीन दिवसीय ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है,” यह कहना है बाल विकास परियोजना अधिकारी किरणलता जोशी का।

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 06 मार्च से 08 मार्च 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे बच्चों को सही पोषण और प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने में प्रभावी भूमिका निभा सकें।

नई शिक्षा नीति 2020 के तहत महत्वपूर्ण कदम
किरणलता जोशी ने कहा, “नई शिक्षा नीति 2020 में 0-6 वर्ष के बच्चों की शिक्षा को एक मजबूत आधार देने पर विशेष जोर दिया गया है। इसी दिशा में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तैयार करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे वे न सिर्फ बच्चों को पोषण संबंधी जानकारी देंगी, बल्कि उनकी शुरुआती शिक्षा को भी मजबूत करेंगी।”

50 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिला प्रशिक्षण
उन्होंने जानकारी दी कि कार्यक्रम के पहले दिन 50 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया। इस अवसर पर सुपरवाईजर कुसुमलता टोलिया, सुनीता शाही, तुलसी आर्या, हेमू लसपाल व पुष्पा विश्वकर्मा के अतिरिक्त अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन से सपना व महेश भट्ट सहित कई अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम 08 मार्च तक रहेगा जारी
बाल विकास परियोजना अधिकारी किरणलता जोशी ने बताया कि यह कार्यक्रम 08 मार्च 2025 तक चलेगा, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण, बुनियादी शिक्षा और बाल विकास से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को बेहतर बनाना है।
