मुख्य संपादक – सैफ अली सिद्दीकी
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) द्वारा घोषित 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल (24-25 मार्च 2025) से पहले कल 11 मार्च को देशभर के बैंक मुख्यालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों पर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में सार्वजनिक और निजी बैंक कर्मचारियों के साथ-साथ ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU) भी सक्रिय रूप से भाग लेगी।
के.के. बोरा का ऐलान – “अब आर-पार की लड़ाई”
उत्तराखंड एक्टू के महामंत्री के.के. बोरा ने इस प्रदर्शन को श्रमिकों के हक की लड़ाई बताते हुए कहा,
“सरकार लगातार बैंक कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा कर रही है। अब सिर्फ ज्ञापन देने का समय नहीं, बल्कि सरकार पर दबाव बनाने का समय आ गया है। कल पूरे देश में बैंक कर्मचारी अपने मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय पर अपनी आवाज बुलंद करेंगे। यह आंदोलन सिर्फ बैंक कर्मचारियों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरी श्रमिक बिरादरी इसमें शामिल होगी।”

प्रदर्शन की प्रमुख मांगें
- बैंकों के निजीकरण का विरोध
- वेतन संशोधन और सेवा शर्तों में सुधार
- नई भर्ती प्रक्रिया को तेज़ करना और स्थायी नौकरियां सुनिश्चित करना
- बैंक कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ देना
कहां-कहां होगा प्रदर्शन?
- देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, नैनीताल सहित उत्तराखंड के सभी प्रमुख शहरों में बैंक कर्मचारियों का प्रदर्शन होगा।
- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु सहित देशभर के बैंक मुख्यालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों पर बैंक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे।
- प्रदर्शन के दौरान बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, जिससे ग्राहकों को असुविधा होने की संभावना है।
क्या होगा आगे?
- 17 मार्च को सभी राज्य मुख्यालयों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जिसमें हड़ताल की तैयारियों की घोषणा की जाएगी।
- 21 मार्च को पूरे देश में बैंक कर्मचारी रैलियां निकालेंगे।
- 22 मार्च को सोशल मीडिया अभियान छेड़ा जाएगा।
- 24-25 मार्च को 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल होगी, जिससे बैंकिंग सेवाएं पूरी तरह ठप हो सकती हैं।
ग्राहकों के लिए अलर्ट
बैंक यूनियनों ने ग्राहकों से अपील की है कि वे अपनी ज़रूरी बैंकिंग सेवाएं हड़ताल से पहले निपटा लें ताकि उन्हें असुविधा का सामना न करना पड़े।
