नगर टांडा में आज हाजी सरफराज आलम (अध्यक्ष पति, नगर पालिका परिषद टांडा) के आवास पर माहे रमजान की 16वीं तरावीह के अवसर पर कुरान मुकम्मल हुआ। इस खास मौके पर नगर के कई गणमान्य व्यक्ति, सभासद और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। कार्यक्रम में करीब 700 से अधिक लोगों ने शिरकत की और इबादत में हिस्सा लिया।

कुरान मुकम्मल करने वाले हाफिज
इस विशेष धार्मिक अनुष्ठान में हाफिज मोहम्मद जैद पुत्र हाजी मुमफरीद, निवासी मोहल्ला हाजीपुर, ने कुरान सुनाया। पूरे रमजान के दौरान तरावीह की नमाज में कुरान पढ़ने की यह परंपरा इस बार भी पूरे श्रद्धा भाव से निभाई गई।

कुरान सुनने वाले विशेष शख्सियत
इस मौके पर मोहम्मद अफ्फान पुत्र कारी तौकीर अहमद, निवासी मोहल्ला हाजीपुर, ने कुरान सुना। रमजान के इस पावन अवसर पर पूरे नगर से लोग इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए और इबादत में हिस्सा लिया।

मौलाना निजामुद्दीन का बयान
इस अवसर पर मौलाना निजामुद्दीन साहब ने बयान फरमाया और कुरान मुकम्मल होने की फजीलत पर रोशनी डाली। उन्होंने रमजान के महत्व, कुरान की शिक्षाओं और इस पाक महीने में इबादत करने के फायदों पर विशेष चर्चा की।
हाजी सरफराज आलम का बयान
इस मौके पर हाजी सरफराज आलम ने कहा,
“रमजान का महीना बरकतों और रहमतों से भरा होता है। कुरान मुकम्मल होना हमारे लिए बहुत ही सुकून और सआदत की बात है। इस तरह के आयोजनों से समाज में धार्मिक सौहार्द और भाईचारे की भावना मजबूत होती है। मैं दुआ करता हूं कि अल्लाह हम सबकी इबादत को कबूल फरमाए और हमारे नगर में अमन-चैन कायम रहे।”
खाने का विशेष प्रबंध
कार्यक्रम में शामिल होने वाले 700 से अधिक लोगों के लिए विशेष रूप से खाने का प्रबंध किया गया। उपस्थित सभी लोगों के लिए स्वादिष्ट और पारंपरिक व्यंजनों की व्यवस्था की गई थी, जिससे सभी रोजेदारों ने आनंद लिया।
नगरवासियों की व्यापक भागीदारी
इस कार्यक्रम में नगर के सभी सभासद और नगर के विभिन्न मोहल्लों से आए लोगों ने शिरकत की। सभी ने रमजान के इस मुबारक महीने में इबादत की अहमियत पर जोर दिया और समाज में सौहार्द और भाईचारे का संदेश फैलाने की अपील की।
पुराना बाजार वार्ड 13 की खास भागीदारी
इस आयोजन में पुराना बाजार वार्ड 13 समेत अन्य क्षेत्रों के लोग भी विशेष रूप से शामिल हुए। पूरे कार्यक्रम में धार्मिक भावनाओं का अद्भुत माहौल देखने को मिला, जिसमें लोगों ने रुहानी सुकून और आध्यात्मिक अनुभूति महसूस की।