भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी पंचायती चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। रविवार को पार्टी ने जिले के तमाम जिलाध्यक्षों को बदलते हुए रामपुर में युवा नेता हरीश गंगवार को नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया। इस फैसले के बाद जिले के कार्यकर्ताओं और खासकर युवाओं में उत्साह देखा जा रहा है।

लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा का बड़ा बदलाव
गौरतलब है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश में करारी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी को महज 33 सीटों पर जीत मिली, जबकि 2019 में भाजपा ने 62 सीटें जीती थीं। इस हार के बाद भाजपा ने संगठन को मजबूत करने के लिए व्यापक रणनीति बनाई।

रामपुर की बात करें तो 2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के तहत आजम खान सांसद चुने गए थे। लेकिन बाद में कानूनी मामलों में उलझने के कारण उनकी सदस्यता समाप्त हो गई और उपचुनाव में भाजपा ने घनश्याम सिंह लोधी को मैदान में उतारा, जहां उन्हें जीत मिली। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में लोधी को हार का सामना करना पड़ा।

युवाओं पर भरोसा, हरीश गंगवार को मिली जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा ने संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया शुरू की, जिसे दिल्ली चुनाव के कारण कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। दिल्ली में मिली सफलता और महाकुंभ मेले के बाद भाजपा ने फिर से संगठन में फेरबदल तेज कर दिया।
रामपुर में जिलाध्यक्ष पद के लिए कई दावेदारों के बीच मंथन के बाद भाजपा ने युवा नेता हरीश गंगवार को यह जिम्मेदारी सौंपी। हरीश गंगवार मिलक क्षेत्र के धनेली उत्तरी गांव के निवासी हैं और पूर्व विधायक ज्वाला प्रसाद गंगवार के पुत्र हैं। लंबे समय से पार्टी में सक्रिय हरीश गंगवार को यह पद मिलने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है।
समर्थकों में उत्साह, भव्य स्वागत की तैयारी
हरीश गंगवार की नियुक्ति की घोषणा होते ही बिलासपुर रोड स्थित उनके आवास पर समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिलेभर में उनका भव्य स्वागत करने की तैयारियां हो रही हैं।
भाजपा के इस फैसले को युवा नेतृत्व को आगे बढ़ाने और पंचायत चुनावों में मजबूती हासिल करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। अब देखना यह होगा कि हरीश गंगवार के नेतृत्व में भाजपा जिले में कितना प्रभावी प्रदर्शन कर पाती है।