हल्द्वानी: श्री गौ रक्षा समिति द्वारा आज आयोजित एक दिवसीय प्रतीक्षा कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ताओं और गौ भक्तों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने के संकल्प का पूर्ण समर्थन किया जाएगा। यह संकल्प देश के प्रमुख धर्मगुरु भगवान श्री शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी द्वारा लिया गया है।

कार्यक्रम के संयोजक संतोष कबड़वाल ने बताया कि जब तक केंद्र सरकार गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित नहीं करती या स्वयं भगवान शंकराचार्य जी प्रतीक्षा कार्यक्रम को समाप्त करने का आदेश नहीं देते, तब तक यह प्रतीक्षा यात्रा बुद्ध पार्क, हल्द्वानी में अनवरत जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो भविष्य की बैठकों में आंदोलन को और उग्र करने की रणनीति बनाई जाएगी। इसमें धरना, मौन व्रत, यज्ञ, और आमरण अनशन जैसी संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।

समिति का होगा विस्तार
संतोष कबड़वाल ने आगे बताया कि गौ रक्षा समिति का विधिवत पंजीकरण किया जाएगा और इसका विस्तार जिला, ब्लॉक और महानगर स्तर तक किया जाएगा। उन्होंने सभी गौ भक्तों से आह्वान किया कि वे बुद्ध पार्क में आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं और इस आंदोलन को मजबूती दें।
प्रमुख गौ भक्तों की उपस्थिति
कार्यक्रम में आचार्य नवीन कुमार कांडपाल, डिंपल पांडे, योगिता बनौला, पंडित गर्वित कांडपाल, हेमंत कुमार, हीरा सिंह कोरंगा, आर्येंद्र शर्मा, बंशीधर जोशी, गीता जोशी, प्रकाश भट्ट, सुरेश टम्टा, गंगा सिंह, हरपाल सिंह, मोहन चंद्र, भवानी दत्त कबड़वाल, शिरोमणि पंत, विशाल शर्मा, भुवन चंद जोशी, भगवत जोशी, यमुना दत्त बेलवाल, दयानंद बेनवाल, दीपक संभल, पहाड़ी आर्मी संगठन के अध्यक्ष हरीश रावत, विनोद शाही, पंडित मदन मोहन जोशी, फौजी भुवन पहाड़ी हिंदू, भगवंत सिंह राणा, कमलेश सिंह, पीयूष जोशी, हरीश पनेरु पूर्व दर्जा राज्य मंत्री, नारायण सिंह बर्गली, पवन रावत, तरुण कुमार, प्रवीण आर्य, हरीश सिंह भंडारी, भानु कबड़वाल, पंकज नैनवाल, सागर भोज, मनोज कविदयाल, दुर्गादत्त कबड़वाल, उमेश राणा सहित बड़ी संख्या में गौ भक्त उपस्थित रहे।
बुद्ध पार्क में यह प्रतीक्षा यात्रा जारी है, और गौ भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। सभी की नजरें अब केंद्र सरकार के निर्णय और भगवान शंकराचार्य जी के आदेश पर टिकी हुई हैं।