यहया कमाल
टाण्डा (रामपुर): नगर टाण्डा में पिछले कुछ वर्षों से सोना तस्करी का एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसा रहा है। यह गिरोह युवाओं को खाड़ी देशों, विशेष रूप से दुबई, भेजकर सोना निगलने के लिए मजबूर करता है और फिर उन्हें एयरपोर्ट के जरिए भारत लाया जाता है। हाल ही में इस तस्करी के कारण नगर के ही एक युवक की जान चली गई।

“युवाओं को पैसों का लालच देकर भेजा जाता है विदेश” – शफीक
नगर के मोहल्ला टाण्डोला निवासी मोहम्मद शफीक पुत्र दीन मोहम्मद ने इस गंभीर मामले को उजागर करते हुए बताया कि कई युवा इस गिरोह का शिकार बन चुके हैं। इन्हें विदेश घुमाने और अच्छी कमाई का लालच देकर दुबई भेजा जाता है। वहां पहुंचने के बाद तस्कर इन्हें सोना निगलने के लिए मजबूर करते हैं। भारत लौटने के बाद मल के जरिए सोना निकालने के लिए झोलाछाप डॉक्टरों की मदद ली जाती है। यदि यह तरीका असफल हो जाता है, तो ऑपरेशन कर पेट से सोना निकाला जाता है, जिससे कई बार जानलेवा स्थिति पैदा हो जाती है।

“ऑपरेशन के दौरान गई एक युवक की जान”
शफीक ने बताया कि 22 फरवरी 2025 को नगर के ही आलम पुत्र मोहम्मद शकील को दुबई से सोना निगलवाकर भारत भेजा गया था। जब मल के जरिए सोना नहीं निकला, तो उसे डॉक्टर जुहैब नसीम (गांधीनगर, मुरादाबाद) के पास ले जाया गया, जहां 1 मार्च 2025 को ऑपरेशन के दौरान उसकी मौत हो गई। इसी तरह, एक अन्य युवक इमरान पुत्र मोहम्मद यूसुफ का भी ऑपरेशन कर सोना निकाला गया, जो अभी अस्पताल में भर्ती है।
“मुंबई एयरपोर्ट बना नया ठिकाना”
शफीक ने बताया कि पहले यह तस्कर लखनऊ एयरपोर्ट के जरिए सोना लाते थे, लेकिन पिछले वर्ष जब 29 युवक पकड़े गए और 8 कस्टम अधिकारी निलंबित हुए, तब से इन्होंने मुंबई एयरपोर्ट को अपना नया ठिकाना बना लिया। अब प्रतिदिन 20-25 यात्री मुंबई एयरपोर्ट पर उतरते हैं, जिनके पेट में तस्करी का सोना होता है।
“हवाला के जरिए विदेश भेजा जा रहा पैसा”
शफीक के अनुसार, इस गोरखधंधे से कमाए गए पैसे को हवाला नेटवर्क के जरिए विदेश भेजा जाता है। इस अवैध कारोबार को पप्पू पुत्र अली समद (मोहल्ला भब्बलपुरी) संचालित करता है। इस गिरोह में हारून पुत्र गफूर, वासित पुत्र जाहिद, शफीक पुत्र यूनुस, गुड्डू पुत्र मौलवी सईद, मारूफ पुत्र अब्दुल रऊफ, फारूक पुत्र गफूर समेत कई लोग शामिल हैं।
“जांच की जाए तो पेट में मिलेगा सोना”
शफीक ने मांग की है कि यदि पिछले 15 दिनों में मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचे टाण्डा (रामपुर) के यात्रियों की जांच की जाए, तो आज भी कई युवाओं के पेट में सोना पाया जा सकता है। वर्तमान में नगर के 20-25 युवा इसी तरह सोना लेकर घूम रहे हैं, जिन्हें तस्कर अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
“गृह मंत्रालय को भेजा गया शिकायत पत्र”
मोहम्मद शफीक पुत्र दीन मोहम्मद ने इस गंभीर मामले की शिकायत भारत सरकार के केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी है। उन्होंने पत्र में टाण्डा नगर में चल रही संगठित तस्करी, हवाला नेटवर्क, और युवाओं के जीवन के साथ किए जा रहे खिलवाड़ पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि इस रैकेट में शामिल मुख्य सरगनाओं की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
“सरकार और एजेंसियों से सख्त कार्रवाई की मांग”
मोहम्मद शफीक ने केंद्र और राज्य सरकार, पुलिस प्रशासन, और जांच एजेंसियों से अपील की है कि इस संगठित तस्करी नेटवर्क पर तुरंत कार्रवाई की जाए। दोषियों को कड़ी सजा दी जाए, ताकि नगर के युवाओं को इस खतरनाक दलदल में फंसने से रोका जा सके।