हरिद्वार/देहरादून: उत्तराखंड में नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस, ड्रग विभाग और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। हरिद्वार और देहरादून में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की गई हैं।
हरिद्वार: ट्रांसपोर्टर के गोदाम से 3.41 लाख ट्रामाडोल टेबलेट्स जब्त
शुक्रवार को हरिद्वार के सलेमपुर चौक स्थित बैरियर नंबर 6 के पास एक ट्रांसपोर्टर के गोदाम पर छापेमारी की गई। इस दौरान 3,41,000 ट्रामाडोल टेबलेट्स बरामद की गईं, जिनकी कीमत लगभग 30 लाख रुपये आंकी जा रही है।
कार्रवाई के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती, गैस प्लांट चौकी इंचार्ज विकास रावत और ANTF की टीम मौजूद रही। पुलिस के अनुसार, छापेमारी की भनक लगते ही ट्रांसपोर्टर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
शुरुआती जांच में यह मामला नशीली दवाओं की अवैध सप्लाई से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा माना जा रहा है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ रानीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
देहरादून: गोदाम से 4.14 करोड़ की नशीली दवाएं जब्त
देहरादून में भी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम से करीब 4.14 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं बरामद की हैं।
कैसे हुई कार्रवाई?
ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती को सूचना मिली थी कि औद्योगिक क्षेत्र रानीपुर स्थित आंचल रोड कैरियर/आंचल एक्सप्रेस चौहान कम्पाउंड के संचालक अनिल लडवाल के गोदाम में नशीली दवाएं स्टोर की गई हैं और इनकी सप्लाई की जा रही है। इस सूचना पर ANTF प्रभारी विजय सिंह और गैस प्लांट चौकी प्रभारी विकास रावत को जानकारी दी गई।
इसके बाद पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने गोदाम पर छापा मारा, जहां से 24 पेटियों में 3,41,568 नशीले कैप्सूल बरामद हुए।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
इस कार्रवाई में पुलिस ने ग्राम पुरनपुरा, थाना भिवानी, हरियाणा निवासी शमशेर को मौके से गिरफ्तार किया। इसके बाद देर शाम ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक अनिल लडवाल, निवासी भिवानी, हरियाणा को भी देहरादून से गिरफ्तार कर लिया गया।
अनिल लडवाल के सेलाकुई स्थित गोदाम से भी भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद हुईं, जिसमें:
- 2167 बॉक्स सिरप (कुल 2,16,700 शीशियां)
- 6,01,344 कैप्सूल शामिल हैं।
अधिकारियों का बयान
एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि अनिल लडवाल दवा कारोबार की आड़ में नशीली दवाओं का अवैध व्यापार कर रहा था। वह देहरादून के सेलाकुई स्थित गोदाम से यह दवाएं लाता था और मुनाफे का हिस्सा शमशेर को भी देता था। शमशेर उसका मौसेरा भाई बताया जा रहा है।
सख्त कार्रवाई की तैयारी
अधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में धामी सरकार नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और इस नेटवर्क में शामिल हर अपराधी को बेनकाब कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और ड्रग विभाग की टीम पूरे नेटवर्क की तह तक जाने में जुटी हुई है।
उत्तराखंड में नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए यह छापेमारी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।