उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से नंदा गौरा योजना के तहत 40,504 लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1 अरब 72 करोड़ 44 लाख 04 हजार रुपए की राशि हस्तांतरित की।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में 2 लाख 84 हजार 559 लाभार्थियों को 9 अरब 68 करोड़ 64 लाख 51 हजार रुपए की धनराशि डीबीटी के माध्यम से प्रदान की गई है। इस योजना के तहत कन्या के जन्म पर 11,000 रुपए और 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने पर 51,000 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में इतने लाभार्थियों को मिला फायदा
वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत –
✅ जन्म पर: 8,616 बालिकाओं को 9 करोड़ 81 लाख 16 हजार रुपए हस्तांतरित।
✅ 12वीं पास करने पर: 31,888 बालिकाओं को 1 अरब 62 करोड़ 62 लाख 88 हजार रुपए की धनराशि डीबीटी के माध्यम से दी गई।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को मिलेगा बल
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है। नंदा गौरा योजना का उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाना है। इसके अलावा, सरकार बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना और मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को भी चला रही है।
कार्यक्रम में मौजूद रहे कई मंत्री और अधिकारी
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या, सचिव चंद्रेश कुमार यादव, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास निदेशक प्रशांत आर्य, और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।