उत्तराखंड के रायवाला क्षेत्र से एक नाबालिग किशोरी के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए किशोरी को बिहार से सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

8 मार्च से थी लापता
रायवाला थाना प्रभारी निरीक्षक बीएल भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 मार्च को गली नंबर 4, ठाकुरपुर, खैरीखुर्द निवासी रमेश सिंह ने थाने में तहरीर देकर सूचना दी थी कि उसकी नाबालिग बेटी 8 मार्च से लापता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रायवाला थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए धारा 45/25 137(2) के तहत अभियोग पंजीकृत किया और महिला उपनिरीक्षक प्रीति सैनी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी।
सीसीटीवी फुटेज से मिली सुराग
पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों पर लगे लगभग 40 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि अपहृत किशोरी बिहार में है। इसके बाद अपर उपनिरीक्षक रामनिवास के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को बिहार रवाना किया गया।
बिहार से सकुशल बरामदगी, आरोपी गिरफ्तार
लगभग 10 दिनों तक बिहार के विभिन्न जिलों में गहन खोजबीन करने के बाद पुलिस टीम ने पश्चिमी चंपारण जिले के चनपटिया थाना क्षेत्र के गीधा गांव से किशोरी को अपहरणकर्ता के कब्जे से सकुशल बरामद कर लिया। आरोपी की पहचान टुनटुन पुत्र भरोसीराम, निवासी ग्राम गीधा, थाना चनपटिया, जिला बेतिया, पश्चिमी चंपारण, बिहार के रूप में हुई है।
आरोपी को भेजा गया जेल
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इस पूरी कार्रवाई में महिला उपनिरीक्षक प्रीति सैनी, अपर उपनिरीक्षक रामनिवास, हेड कांस्टेबल उमेश ढौडियाल, कांस्टेबल शशिभूषण, कांस्टेबल अनित कुमार और कांस्टेबल हंसराज की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस की तत्परता से मिली सफलता
उत्तराखंड पुलिस की सक्रियता और सतर्कता से एक नाबालिग किशोरी को सुरक्षित बचाया जा सका। पुलिस प्रशासन ने इस सफलता को टीम वर्क और आधुनिक तकनीकों के प्रयोग का नतीजा बताया है।