उत्तराखंड की जनता को महंगाई का एक और झटका लगा है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (UERC) ने राज्य में बिजली की दरों में औसतन 5.62% की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह नई दरें 1 अप्रैल 2025 से पूरे राज्य में प्रभावी हो चुकी हैं।

हर वर्ग पर असर, BPL को मिली थोड़ी राहत
बिजली दरों में इस बढ़ोतरी का असर सभी उपभोक्ता श्रेणियों पर पड़ेगा। हालांकि, सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन कर रहे उपभोक्ताओं को मामूली राहत दी है। करीब 4.64 लाख BPL उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में सिर्फ 10 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है।
बढ़ोतरी के पीछे क्या है कारण?
UERC के अनुसार, बिजली उत्पादन, खरीद, ट्रांसमिशन और वितरण की लागत में इजाफा होने के कारण दरों में संशोधन जरूरी हो गया था। आयोग का दावा है कि यह बढ़ोतरी बिजली कंपनियों की वित्तीय स्थिरता बनाए रखने और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देने के उद्देश्य से की गई है।
किस श्रेणी के उपभोक्ता को कितना झटका?
अब देखना होगा कि बिजली दरों में इस वृद्धि से आम जनता की जेब पर कितना बोझ पड़ता है और सरकार आगे कोई राहत कदम उठाती है या नहीं।