नगर टाण्डा में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। जर्जर लाइनें, ओवरलोड ट्रांसफार्मर और लगातार हो रही कटौती ने नगरवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। इसको लेकर नगर पालिका परिषद टाण्डा के अध्यक्ष ने जिलाधिकारी रामपुर को एक पत्र प्रेषित कर समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की है।
पत्र में कहा गया है कि नगर टाण्डा तहसील मुख्यालय है और जनपद का सबसे बड़ा उपनगर है जिसकी आबादी एक लाख से अधिक है, लेकिन विद्युत व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। A.B.C. केबिलें जर्जर हालत में हैं और कई मोहल्लों में ओवरलोड ट्रांसफार्मर के कारण नियमित आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
रातभर बिजली गुल, फॉल्ट का बहाना बनाकर हो रही कटौती
नगर अध्यक्ष ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि दिन में कुछ समय बिजली दी जाती है, लेकिन रात भर सप्लाई बाधित रहती है। विभागीय अधिकारी “फॉल्ट” का बहाना बनाकर आपूर्ति बंद कर देते हैं, जिससे भीषण गर्मी में बुजुर्ग, बच्चे और बीमारों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
भब्बलपुरी सहित कई मोहल्लों में चार दिन से पूरी तरह गुल है बिजली
पत्र में यह भी बताया गया कि फीडर नंबर 2 से मिलने वाली आपूर्ति बंद होने के कारण मोहल्ला भब्बलपुरी सहित कई क्षेत्रों में बिजली चार दिन से पूरी तरह बंद है। हालात यह हैं कि इन इलाकों में गर्मी से त्राहि-त्राहि मची है।
नगर पालिका अध्यक्ष की मांगें:
- नगर के भीतर जर्जर A.B.C. केबिलों को तत्काल बदला जाए।
- जहां आवश्यक हो वहां नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएं।
- फीडर नंबर-2 की आपूर्ति बहाल की जाए।
- शासन के मानकों के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
यदि समस्याएं नहीं सुलझीं तो जन आक्रोश के लिए तैयार रहे विभाग: अध्यक्ष
नगर पालिका अध्यक्ष ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि विद्युत समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो नगर की जनता आंदोलन के लिए बाध्य होगी और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी बिजली विभाग की होगी।