ऑपरेशन सिंदूर पर सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान देने पर मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य के डीजीपी को चार घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
जस्टिस अतुल श्रीधरन की डिवीजन बेंच ने स्पष्ट कहा कि हर हाल में विजय शाह पर एफआईआर होनी चाहिए। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में अगली सुनवाई कल सुबह सबसे पहले होगी।
कांग्रेस ने उठाई देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग
विजय शाह की टिप्पणी के बाद प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ गया है। कांग्रेस ने मंत्री विजय शाह को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है। पार्टी ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल श्यामला हिल्स थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई।
कांग्रेस ने ऐलान किया है कि गुरुवार (15 मई) को मध्यप्रदेश के हर थाने में इस मामले को लेकर आवेदन दिए जाएंगे।
मंत्री ने मांगी माफी, पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा
विवाद बढ़ने के बाद मंत्री विजय शाह ने सफाई देते हुए कहा कि अगर उनके बयान से किसी की भावना आहत हुई है, तो वह 10 बार माफी मांगने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी बहन से ज्यादा कर्नल कुरैशी का सम्मान करते हैं।
विपक्ष का तीखा हमला
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, “विजय शाह ने सेना की बेटियों का अपमान किया है। उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनके बयान से देश की भावनाएं आहत हुई हैं।”
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “मजहब की बात बार-बार बीजेपी ही करती है और इस तरह की भाषा उसी की सोच को उजागर करती है।”
क्या है पूरा मामला?
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी की भूमिका की सराहना पूरे देश में हो रही है। लेकिन विजय शाह ने उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे जनभावनाएं आहत हुई हैं। उनके बयान के विरोध में देशभर से निंदा हो रही है और अब यह मामला कानूनी कार्रवाई की दिशा में बढ़ रहा है।
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