12 वर्षीय नाबालिग से दुष्कर्म के सनसनीखेज मामले में आज पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम को मौके पर भेजा। टीम ने आरोपी मो. उस्मान के घर पहुंचकर गैराज और एक आल्टो कार से अहम सैंपल लिए। पूरी कार्रवाई बड़ी सतर्कता और वैज्ञानिक तरीकों से की गई।
घटना 12 अप्रैल की बताई जा रही है, जिसकी रिपोर्ट 30 अप्रैल को मल्लीताल कोतवाली में दर्ज कराई गई थी। पीड़ित किशोरी ने 73 वर्षीय मोहम्मद उस्मान पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया था।
आंदोलन और प्रदर्शन के बीच साक्ष्य जुटाने में जुटी पुलिस
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से शहर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। एक मई को आरोपी को फांसी देने की मांग को लेकर शहर में भव्य जुलूस भी निकाला गया। इससे पहले मल्लीताल कोतवाली में प्रदर्शन के दौरान कुछ दुकानों में हल्की तोड़फोड़ भी हुई थी। घटना के बाद से पुलिस साक्ष्य जुटाने में लगातार लगी हुई है।
आज 4 मई को पहली बार फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किए। टीम में आरएफएसएल रुद्रपुर के साइंटिफिक ऑफिसर हेमंत कुमार, पुनीता, प्रदीप समेत अन्य अधिकारी शामिल थे। कोतवाल हेम चंद पंत और जांच अधिकारी आशा बिष्ट भी टीम के साथ मौजूद रहे।
दो कारों का अभी निरीक्षण बाकी: साइंटिफिक ऑफिसर
साइंटिफिक ऑफिसर हेमंत कुमार ने बताया कि गैराज और एक कार का निरीक्षण कर नमूने लिए गए हैं। जांच के लिए लाइट सोर्स, सेनिटाइजर, कॉटन, टूल्स आदि का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि आरोपी के घर में मौजूद दो अन्य कारों का निरीक्षण अभी बाकी है। लोकल फोरेंसिक यूनिट पहले ही अपना काम कर चुकी है।
पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज इस मामले में पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है।