नगर कांग्रेस अध्यक्ष फिरासत अली के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें वाराणसी की बिगड़ती व्यवस्था, सावन मास में श्रद्धालुओं की उपेक्षा और कांग्रेसजनों पर दर्ज कथित फर्जी मुकदमे पर गहरी चिंता जताई गई है।

⚠️ जनता त्रस्त, सरकार मस्त: कांग्रेस
ज्ञापन में कांग्रेसजनों ने बताया कि सनातन धर्म में काशी का अत्यधिक धार्मिक महत्व है, लेकिन आज वहां की जनता जलभराव, जर्जर सीवर और यातायात जाम जैसी समस्याओं से परेशान है। खासकर श्रावण मास में भी श्रद्धालुओं के लिए कोई प्रभावी प्रबंध नहीं किए गए हैं।
🛑 जनता की आवाज उठाने पर दमनात्मक कार्रवाई!
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जब 10 जुलाई 2025 को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय (पूर्व मंत्री) ने वाराणसी में जनता की समस्याओं के समाधान के लिए पदयात्रा निकाली, तो सरकार ने वाराणसी के सिगरा थाने में 10 कांग्रेसजनों पर फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया।
कांग्रेस का कहना है कि यह कार्यवाही पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और दमनात्मक है।
📜 ज्ञापन में की गई प्रमुख मांगें:
- 10 जुलाई को दर्ज फर्जी एफआईआर को अविलंब रद्द किया जाए।
- श्रावण मास में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
👥 ज्ञापन सौंपने वालों में ये लोग रहे शामिल:
- नगर अध्यक्ष फिरासत अली
- जिला महासचिव फुरकान इरफानी
- सचिव आसिफ अंसारी
- इरफान अंसारी, मेराज अनवर, मारूफ, अजीम, हाजी बशर, गोपाल गुप्ता,
अनवर अली, राहत अली, मोहम्मद आमिर, मास्टर नज़ाकत, सतीश,
मोहम्मद नोमान, सुहैल, राकेश आदि प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे।
🎙️ फिरासत अली का बयान:
“काशी जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक नगर में श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखना और जनता की आवाज उठाने वालों पर फर्जी मुकदमे थोपना, भाजपा सरकार के जनविरोधी और तानाशाही रवैये का परिचायक है।”
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