रामपुर। टांडा क्षेत्र की नगर पंचायत दढ़ियाल के एक निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की जान खतरे में पड़ गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही और गलत उपचार ने महिला की हालत गंभीर बना दी।
जानकारी के अनुसार, महिला को पहले फत्तावाला स्थित एक अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वहां नर्स ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। इसके बाद दढ़ियाल के निजी अस्पताल में महिला को भर्ती किया गया और ऑपरेशन से उसकी डिलीवरी कराई गई।
नारियल पानी और बकरी का दूध पिलाने से बिगड़ी हालत
परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने उनके मना करने के बावजूद महिला को नारियल पानी और बकरी का दूध पिलाया। इससे महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई। गंभीर स्थिति होने पर डॉक्टर ने अपनी गाड़ी से उसे काशीपुर के बड़े अस्पताल में भर्ती कराया।
खर्च उठाने का वादा, फिर इनकार
परिजनों के मुताबिक, डॉक्टर ने इलाज का सारा खर्च खुद उठाने का आश्वासन दिया था। लेकिन बाद में उन्होंने बिल चुकाने से इनकार कर दिया। जब महिला ने डॉक्टर से संपर्क किया तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी।
धमकी की ऑडियो रिकॉर्डिंग सबूत के रूप में
महिला का कहना है कि उसके पास डॉक्टर की धमकी की ऑडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है। इस मामले की शिकायत उसने दढ़ियाल चौकी में दर्ज कराई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
समाधान दिवस में लगाई गुहार
न्याय न मिलने से परेशान महिला ने अब समाधान दिवस में क्षेत्राधिकारी के सामने अपनी शिकायत रखी है। परिजनों ने प्रशासन से दोषी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। महिला का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही ने उसकी जान खतरे में डाल दी और अब वह आर्थिक संकट से भी जूझ रही है।
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