नगर पालिका टांडा में आज 34-स्वार विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख व्यापारियों और गणमान्य नागरिकों की एक अहम बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक टांडा स्थित पृथ्वी बैंकट हॉल में सम्पन्न हुई, जिसमें गरीब दुकानदारों को पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा भेजे गए नोटिसों के विरोध में रणनीति तय की गई।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए जनप्रतिनिधि का व्यापारियों ने फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह केवल दुकानदारों की नहीं, बल्कि हर मेहनतकश गरीब की लड़ाई है, और इस संघर्ष में वे सड़क से लेकर कोर्ट और लखनऊ से दिल्ली तक पूरी मजबूती से खड़े रहेंगे।
हाईकोर्ट में दाखिल हुई याचिका, कुछ दुकानदारों को मिला स्टे
बैठक के दौरान यह जानकारी साझा की गई कि नोटिसों के खिलाफ हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की जा चुकी है, जिसमें कुछ दुकानदारों को अंतरिम राहत (स्टे) भी मिल चुकी है। इस पर व्यापारियों ने संतोष जताया और कानूनी लड़ाई को आगे बढ़ाने की बात कही।
मुख्य अतिथि ने कहा,
“हमारी पार्टी गरीबों, मजदूरों और उत्पीड़न के खिलाफ हमेशा संघर्ष करती रही है। आप सब एकजुट रहें, हम हर स्तर पर आपके साथ खड़े हैं।”
प्रमुख व्यापारी और जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
बैठक में कई वरिष्ठ अधिवक्ता, व्यापारी और नगर के प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए। इनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
एडवोकेट शरीफ जमील, याकूब अली एडवोकेट, हाजी मुशर्रफ, मोहम्मद अली, हाजी शकील, लियाकत नवाज़, मोहम्मद जावेद, जाहिद मेम्बर, हाफिज शफीक, आशीष वर्मा, अश्वनी वर्मा, प्रमोद गुप्ता, नन्हे सैनी, दीप गोयल, महेश मौर्य (पूर्व चेयरमैन, मसवासी), हाजी मोहम्मद सगीर, पंकज सैनी, दीपक नागर, महवूब अली पाशा, अहमद नवी सैफी, शकील कुरैशी, कदीर अंसारी, मास्टर असगर, हामिद अल्वी, नाहिद खान, हाफिज जमील तुर्क, सुशील ठाकुर, शरीफ ठेकेदार, इकराम मेंबर, शरीफ भाई, सुहैल एडवोकेट, नावेद फैज़, मोहम्मद मुबीन समेत सैकड़ों की संख्या में व्यापारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
संघर्ष का एलान, समर्थन में बढ़ते कदम
बैठक का मुख्य उद्देश्य गरीब दुकानदारों के समर्थन में संघर्ष को संगठित रूप देना था। वक्ताओं ने दोहराया कि यह लड़ाई केवल कानूनी नहीं बल्कि सामाजिक और नैतिक भी है। सभी ने एकजुट होकर संघर्ष करने और लगातार आवाज बुलंद करते रहने की बात कही।