उत्तराखंड के जसपुर में बच्चों के बीच हुआ मामूली विवाद बड़ा रूप ले लिया और दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प में बदल गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर घर में घुसकर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं।

क्या है मामला?
मोहल्ला नई बस्ती के निवासी सरताज हुसैन ने बताया कि उसकी 12 वर्षीय पुत्री खाना लेकर घर आ रही थी, तभी शमशुद्दीन नामक लड़के ने उसकी साइकिल पकड़कर गिरा दिया और अभद्रता करने लगा। अगले दिन जब सरताज ने इस घटना का कारण पूछा, तो आरोपी ने कथित तौर पर कहा कि “हम नशे के सौदागर हैं, हमारा एक ग्रुप है, तुझसे कुछ नहीं होगा।”
सरताज का आरोप है कि इस दौरान रईस अहमद ने आकर धमकी दी कि यदि शमशुद्दीन से कुछ भी कहा तो जान से मार देंगे। इसके बाद सभासद पति नफीस अहमद, मोनू स्मैकिया और रईस ने घर में घुसकर परिजनों के साथ मारपीट की और गंभीर धमकियां दीं।
दूसरे पक्ष की कहानी
वहीं, मोहल्ला निवासी सायरा ने बताया कि उसका बेटा शमशुद्दीन घर के बाहर खड़ा था। इसी दौरान सरताज नवाब की लड़की साइकिल से गिरने लगी, तो शमशुद्दीन ने उसे गिरने से बचाने के लिए साइकिल का हैंडल पकड़ लिया। लेकिन सरताज ने बिना कुछ समझे उसके बेटे के साथ मारपीट शुरू कर दी।
सायरा का आरोप है कि अगले दिन सरताज नवाब, मो. वली उर्फ सब्बु, सोनी, शाहीन हाथ में लाठी-डंडे, झाड़ू और बल्ला लेकर उनके घर में घुस आए और गाली-गलौज करते हुए उनके परिवार के साथ मारपीट करने लगे।
पुलिस की कार्रवाई
कोतवाल जगदीश सिंह ठकरियाल ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर आठ लोगों के खिलाफ मारपीट व अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहन जांच जारी है।
